Keet Rog Niyantran Yojana – हमारे देश में अधिकतर देखा गया है कि बदलते हुए मौसम की वजह से किसान के सामने बोई हुई फसलो में कीट-रोग लगने और खरपतवार जैसी समस्या आती रहती हैं। जिसके कारण किसानों को कीट रोग एवं खरपतवार से फसल को बचाने के लिए कीट प्रबंधक रसायनों के अलावा कीटनाशकों का छिड़काव भी करना पड़ता है। जिससे उनकी फसलों की लागत बढ़ जाती है और उनकी होने वाली आय में कमी आ जाती है। लेकिन किसानों की इस समस्या का समाधान करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने यहां के किसानों के लिए वर्ष 2018-19 से वर्ष 2024-25 के लिए कीट रोग नियंत्रण योजना को संचालित कर रखा था। लेकिन अब Keet Rog Niyantran Yojana के प्रभावशाली परिणाम को देखते हुए आगामी 5 वर्षों के लिए इसे ओर संचालित करने के प्रस्ताव पर मंजूरी प्रदान कर दी गई है। तो आइए और हमारे साथ जानिए कि उत्तर प्रदेश कीट रोग नियंत्रण योजना और इससे संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां।
UP Keet Rog Niyantran Yojana 2024
उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने प्रदेश के किसानों को कीटनाशकों और फसलों पर कीटनाशक का छिड़काव करने वाली मशीनों पर अनुदान देने के लिए कीट रोग नियंत्रण योजना को शुरू किया था। यह योजना वित्तीय वर्ष 2017-18 से 2024-25 तक के लिए राज्य में लागू की गई थी। लेकिन अब इस योजना को 5 सालो के लिए ओर आगे बढ़ा दिया गया है यानी अब सरकार ने इस योजना को वर्ष 2024-25 से वर्ष 2026-27 तक ओर संचालित करने के प्रस्ताव पर मंजूरी प्रदान कर दी है। 6 सितंबर मंगलवार के दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में विभिन्न परिस्थितिकी संसाधनों के माध्यम से किसानों की फसलों को नुकसान से बचाने के लिए इस योजना के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की है। अब Keet Rog Niyantran Yojana के माध्यम से फसलों में सालाना खरपतवार से होने वाली 15 से 20% क्षति, फसल रोगों से 26% क्षति और कीटों से 20% होने वाले नुकसान से बचा जा सकेगा।
उत्तर प्रदेश कीट रोग नियंत्रण योजना के बारे में जानकारी
योजना का नाम | Keet Rog Niyantran Yojana |
शुरू की गई | उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा |
संबंधित विभाग | कृषि विभाग |
लाभार्थी | उत्तर प्रदेश के किसान |
उद्देश्य | कीटनाशकों पर और कीटनाशक छिड़काव करने वाली मशीनों पर सब्सिडी प्रदान करना |
योजना का प्रकार | उत्तर प्रदेश सरकारी योजना |
योजना पर खर्च किए जाएंगे | 19257.75 करोड़ रुपए (5 वर्षों में) |
अधिकारिक वेबसाइट | http://www.upagriculture.com |
प्रदेश सरकार द्वारा 5 वर्षों में Keet Rog Niyantran Yojana पर खर्च किए जाएंगे 19257.75 करोड़ रुपए
प्रदेश सरकार द्वारा Keet Rog Niyantran Yojana के संचालन पर वर्ष 2024-25 से लेकर 2026-27 तक यानी 5 वर्षों में 19257.75 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसमें से मौजूदा वित्तीय वर्ष 2024-25 में 34.17 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इससे पहले वर्ष 2017-18 से लेकर 2024-25 तक इस योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 11,58,321 किसानों को अनेक कार्य मदों में लाभांवित किया गया था। अब फिर से कीट रोग नियंत्रण योजना राज्य के लाखों किसानों को विभिन्न कार्य मदो पर लाभ प्राप्त करेगी। जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी और वह भविष्य के लिए आर्थिक रूप से मजबूत बनेंगे।
किसानों को जैविक दवाइयों पर मिलेगा 75%अनुदान
किसानों को कीट रोग नियंत्रण योजना के तहत कीटनाशक एवं कृषि उपकरण उपलब्ध करवाए जाएंगे। प्रदेश सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से खाधान्न उत्पादन के लिए बायोपेस्टीसाइडस तथा बायोएजेन्ट्स 75% अनुदान पर उपलब्ध कराए जाएगें। इस समय राज्य में खरपतवार/कीट/रोग के नियंत्रण के लिए एकीकृत नाशजीव प्रबंधन प्रणाली को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिसके राज्य में कृषि विभाग द्वारा 09 आई.पी.एम. प्रयोगशालाओं की स्थापना की गई है। जिनमें बायोपेस्टीसाइड्स जैसे कि ट्राइकोडरमा, ब्यूवेरिया वैसियाना, एन.पी.वी. और बायोएजेंट्स जैसे कि ट्राइकोग्रामा कार्ड का उत्पादन किया जा रहा है।
50% अनुदान पर दी जाएगी रासायनिक दवाइयां और स्प्रेयर
इस योजना के तहत लघु एवं सीमांत किसानों को खरपतवार/कीट/रोग के नियंत्रण के लिए कृषि रक्षा रसायनों को 50% अनुदान पर उपलब्ध करवाया जाएगा। सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए किसानों को 1.95 लाख हेक्टेयर भूमि क्षेत्रफल के लिए अनुदान पर कृषि रक्षा रसायन प्रदान किए जाएंगे। साथ ही इन रसायनों को फसलों पर छिड़कने के लिए नैपसेक स्प्रेयर, पावर स्प्रेयर आदि कृषि यंत्रों पर भी 50% सब्सिडी दी जाएगी। वित्तीय वर्ष 2024–23 में 6,000 कृषि रक्षा यंत्र उपलब्ध करवाए जाएंगे। इसके अलावा कृषि मंत्री ने बताया है कि मंत्रिपरिषद की बैठक में पारित प्रस्ताव के अनुसार लघु एवं सीमांत किसानों को उनके इस्तेमाल में आने वाले अन्न को सुरक्षित रखने के लिए विगत वर्षों में 2, 3 और 5 क्विंटल के भंडार के साधन भी 50 फीसदी अनुदान पर उपलब्ध करवाए जाएंगे।उत्तर प्रदेश कीट रोग नियंत्रण योजना के माध्यम से 2024से लेकर 2027 तक 41 लाख 42 हजार किसान आच्छादित किए जाएंगे।
Keet Rog Niyantran Yojana का लाभ एवं विशेषताएं
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में किसानों की फसलों को नुकसान से बचाने के लिए Keet Rog Niyantran Yojana के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।
- यह योजना वित्तीय वर्ष 2024-25 से लेकर 2026-27 तक संचालित की जाएगी।
- अब इस योजना के द्वारा फसलों में वार्षिक खरपतवार से होने वाली 15 से 20% नुकसान, फसल रोगों से 26% नुकसान और कीटों से 20% होने वाले नुकसान से बचा जा सकेगा।
- इससे पहले यह योजना 2017-18 से 2024-25 तक के लिए संचालित की गई थी। जिसके माध्यम से 11,58,321 किसानों को विभिन्न कार्य मदो में लाभ की प्राप्ति हुई थी।
- उत्तर प्रदेश कीट रोग नियंत्रण योजना पर सरकार द्वारा 5 वर्षों में 19257.75 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
- वित्तीय वर्ष 2024-25 में इस योजना पर 34.17 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
- इस योजना के द्वारा खाधान्न उत्पादन के लिए बायोपेस्टीसाइडस और बायोएजेन्ट्स 75% सब्सिडी पर उपलब्ध कराए जाएगें।
- प्रदेश में खरपतवार,कीट,रोग के नियंत्रण के लिए एकीकृत नाशजीव प्रबंधन प्रणाली को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिसके राज्य में कृषि विभाग द्वारा 09 आई.पी.एम. प्रयोगशालाएं स्थापित की गई है।
- लघु एवं सीमांत किसानों को खरपतवार,कीट,रोग के नियंत्रण के लिए कृषि रक्षा रसायन 50% अनुदान पर दिए जाएंगे। साथ ही इन रसायनों को छिड़कने के लिए नैपसेक स्प्रेयर, पावर स्प्रेयर जैसे कृषि यंत्रों को भी 50% सब्सिडी पर दिया जाएगा।
- कृषि विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा कीट रोग नियंत्रण योजना के माध्यम से वर्ष 2024से लेकर 2027 तक 41 लाख 42 हजार किसान आच्छादित किए जाएंगे।
कीट रोग नियंत्रण योजना के तहत पात्रता एवं आवश्यक दस्तावेज
- आवेदक को उत्तर प्रदेश के स्थाई निवासी होना चाहिए।
- किसान ही इस योजना के तहत आवेदन करने का पात्र है।
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- जमीन से जुड़े कागजात
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
Keet Rog Niyantran Yojana के तहत आवेदन प्रक्रिया
- सबसे पहले किसान को अपने जिले के कृषि विभाग मे जाना है।
- इसके बाद संबंधित अधिकारी से कीट रोग नियंत्रण योजना का आवेदन पत्र प्राप्त करना है।
- इस पत्र में पूछी गई सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दर्ज कर देना है।
- इसके बाद सभी आवश्यक दस्तावेजों को आवेदन पत्र से अटैच करना है।
- अब आपको यह आवेदन पत्र कृषि विभाग में ही जमा कर देना है जहां से आप ने इसे प्राप्त किया था।
- इस प्रकार आप कीट रोग नियंत्रण योजना के तहत आवेदन कर सकते हैंं।