Maharashtra Kishori Shakti Yojana – महाराष्ट्र सरकार द्वारा अपने यहां की किशोरियों (बालिकाओं) को शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से सशक्त बनाने के लिए महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना को शुरू किया गया है। क्योंकि एक महिला का शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विकास किशोरावस्था में ही होता है। Maharashtra Kishori Shakti Yojana के माध्यम से 11 से लेकर 18 वर्ष तक की किशोरियों को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से दिया जाएगा। तो आइए और जानते हैं कि महाराष्ट्र का द्वारा शुरू की गई बालिकाओं के हित में Maharashtra Kishori Shakti Yojana 2024 क्या है? और यह किस तरह बालिकाओं का विकास करेगी? इसके अलावा इस योजना से जुड़ी हर एक अपडेट जाने के लिए हमारे इस लेख को जरूर पढ़ें।
Maharashtra Kishori Shakti Yojana 2024
महाराष्ट्र सरकार द्वारा अपने राज्य में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली BPL कार्ड धारक परिवारों की किशोरियों के हित में महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना को नियोजित किया गया है। इस योजना के तहत 11 वर्ष से लेकर 18 वर्ष तक की आयु की उन किशोरियों को लाभान्वित किया जाएगा जो स्कूल या कॉलेज छोड़ चुकी है। इसके योजना के माध्यम से किशोरियों का शारीरिक, सामाजिक, मानसिक और भावात्मक रूप से विकास किया जाएगा। जिसके लिए राज्य सरकार प्रत्येक किशोरी पर हर साल 1 लाख खर्च करेगी। इस योजना का पूरा संचालन राज्य सरकार की देखभाल में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किया जाएगा।
सरकार Maharashtra kishori Shakti Yojana से गरीब बालिकाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य बनाएगी जिससे वह अपना और अपने परिवार का विकास करके देश के विकास में अपना योगदान देंगी। इसके अलावा यह योजना आने वाले समय में भारत के अन्य राज्यों की सरकारों को अपने यहां की किशोरियों का विकास करने के लिए प्रेरित करेगी। जिससे पूरे भारत में किशोरियों के विकास करने को लेकर जागरूकता उत्पन्न होगी।
महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना के बारे में जानकारी
योजना का नाम | Maharashtra Kishori Shakti Yojana |
साल | 2024 |
सम्बंधित विभाग | महिला एवं बाल विकास |
योजना से संबंधित राज्य | महाराष्ट्र राज्य |
लाभार्थी | महाराष्ट्र की 11 से 18 वर्ष आयु वर्ग की किशोरिया |
उद्देश्य | किशोरियों का शारीरिक, सामाजिक, मानसिक और भावात्मक रूप से विकास करना |
आवेदन प्रक्रिया | Offline |
आधिकारिक वेबसाइट | https://womenchild.maharashtra.gov.in/ |
Kishori Shakti Yojana का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य महाराष्ट्र की स्कूल या कॉलेज छोड़ चुकी 11 से 18 वर्ष तक की आयु की किशोर बालिकाओं को स्वास्थ्य, गृह प्रबंधन, अच्छा खाना खाने, मासिक धर्म के दौरान अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता और देखभाल करने आदि के प्रति जागरूक किया जाएगा। इसके अलावा उन्हें औपचारिक और अनौपचारिक रूप से शिक्षा भी उपलब्ध करवाई जाएगी और उन्हें रोजगार एवं व्यवसाय करने हेतु प्रशिक्षित भी किया जाएगा। सरकार के Maharashtra Kishori Shakti Yojana को शुरू करने के फैसले से पात्र बालिकाओं में शारीरिक, मानसिक, सामाजिक विकास होगा। जिससे वह अपने जीवन में आने वाली समस्याओं का डटकर सामना करेंगी। यह योजना किशोरियों को समाज में होने वाली गतिविधियों के अनुभव का ज्ञान प्रदान करके उनकी निर्णय निर्माण करने की क्षमता को बढ़ाएगी।
Maharashtra Kishori Shakti Yojana के कुछ मुख्य बिंदु
- सरकार ने इस योजना को राज्य के अहमदनगर, अकोला, औरंगाबाद, भंडारा, चंद्रपुर, धुले, हिंगोली, जलगांव, जालना, लातूर, नंदुरबार, उस्मानाबाद, परभणी, पुणे, रायगढ़, रत्नागिरी, सांगली, सिंधुदुर्ग, सोलापुर, ठाणे, वर्धा, वाशिम में लागू किया हुआ है।
- Maharashtra Kishori Shakti Yojana का पूर्ण रूप से संचालन महिला एवं बाल विकास विभाग की निगरानी में आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से किया जायेगा।
- आंगनबाड़ी केंद्रों पर हर 3 महीने बाद लाभार्थी किशोर बालिकाओं के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी जिसके लिए उनके स्वास्थ्य कार्ड बनाए जाएंगे। इस कार्ड में उनके लंबाई, वजन, बॉडी मास आदि का रिकॉर्ड रखा जाएगा।
- राज्य सरकार द्वारा इस योजना के तहत प्रतिवर्ष 3.8 लाख करोड़ रुपए की राशि जारी की जाएगी। जो आंगनबाड़ी केंद्रों में जीवन कौशल शिक्षा, स्वास्थ्य शिक्षा, सूचना शिक्षा एवं संचार, स्वास्थ्य कार्ड, रेफरल एवं ₹5 प्रतिदिन की दर से पोषण प्रदान करने जैसी सुविधाओं में खर्च होगी।
- इस योजना का मुख्य बिंदु राज्य की बीपीएल कार्ड धारक परिवारों की 11 वर्ष से 18 वर्ष तक की आयु की किशोरियों को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ बनाना है।
महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना की विशेषताएं
- इस योजना के माध्यम से BPL परिवारों की स्कूल या कॉलेज छोड़ देने वाली 11 से लेकर 18 वर्ष तक की बालिकाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और रोजमर्रा की दैनिक जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाया जाएगा।
- महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना के माध्यम से राज्य के हर ग्राम पंचायत से 18 किशोरी बालिकाओ का चयन करके विभागिय पर्यवेक्षण, ए.एन.एम व आंगनवाडी कार्यकर्ता द्धारा प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
- राज्य सरकार द्वारा इस योजना के तहत चयनित प्रत्येक किशोर बालिका पर वार्षिक 1 लाख रुपए खर्च करेगी।
- महाराष्ट्र के महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा आंगनबाड़ी स्तर पर आयोजित होने वाले किशोरी मेंलो और किशोरी आरोग्य शिविरों जैसे कार्यक्रम के तहत किशोरियों को पौष्टिक आहार के लिए जागरूक और व्यक्तिगत स्वच्छता का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- बालिकाओं को 1 साल में 300 दिनों के लिए 600 कैलरी,18 से 20 ग्राम प्रोटीन और अन्य पोषक तत्व प्रदान किए जाएंगे जिससे उनका शारीरिक विकास हो सके।
- चयनित किशोर बालिकाओं को औपचारिक एवं अनौपचारिक शिक्षा उपलब्ध करवाई जाएगी।
- किशोर बालिकाओं को गृह प्रबंधन, अच्छा खाना बनाने और खाने की आदतें, मासिक धर्म के दौरान व्यक्तिगत स्वच्छता एवं देखभाल के बारे में भी प्रशिक्षित किया जाएगा।
- Maharashtra Kishori Shakti Yojana में किशोरियों को आत्मसम्मान, आत्मज्ञान आत्मविश्वास, स्वयं निर्माण लेने की क्षमता का विकास करने के लिए मानसिक पद्धतियां सिखाएं जाएगीं।
- 16 से 18 वर्ष से अधिक आयु की पढ़ाई छोड़ चुकी पात्र बालिकाओं को स्वरोजगार एवं व्यवसाय के लिए तैयार किया जाएगा।
महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना के तहत पात्रता
- आवेदिका किशोरी को महाराष्ट्र के राज्य की स्थाई निवासी होना अनिवार्य है।
- 11 से लेकर 18 वर्ष की आयु तक की किशोरिया (बालिकाएं) इस योजना के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु अपना आवेदन कर सकती हैं।
- केवल गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली बीपीएल कार्ड धारक परिवारों की बालिकाएं ही आवेदन करने की पात्र है।
- Kishori Shakti Yojana Maharashtra के तहत कौशल प्रशिक्षण के लिए आवेदन करने हेतु किशोरी की आयु 16 से 18 वर्ष के बीच की होनी चाहिए
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- जन्म प्रमाण पत्र
- स्कूल के शैक्षिक प्रमाण पत्र
- बीपीएल राशन कार्ड
- स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र (TC)
- जाति प्रमाण पत्र (अगर लागू हो तो)
Maharashtra Kishori Shakti Yojana के अंतर्गत आवेदन करने की प्रक्रिया
इस योजना के तहत आवेदन करने के लिए अवेदिका किशोरी को कहीं भी जाने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि आंगनबाड़ी केंद्रों के कर्ताओं द्वारा ही पात्र किशोरियों का आवेदन किया जाएगा। जिसकी प्रक्रिया हम आपको नीचे बताने जा रहे हैं।
- महाराष्ट्र के आंगनबाड़ी केंद्रों से जुड़े कार्यकर्ता घर-घर जाकर महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना के तहत पात्र किशोरियों को चयनित करने के लिए सर्वे करेंगे।
- सर्वे में चयनित कन्याओं की लिस्ट महिला एवं बाल विकास विभाग को भेजी जाएगी।
- विभाग द्वारा चयनित किशोर बालिकाओं की जांच की जाएगी। अगर विभाग द्वारा किशोरियों को लाभ देने के योग्य समझा जाएगा उन्हें इस योजना के तहत पंजीकृत कर दिया जाएगा।
- पंजीकृत किशोरियों को किशोरी कार्ड दिए जाएंगे। जिसके माध्यम से वह इस योजना के तहत मिलने वाले लाभ को प्राप्त कर सकेंगी।