Gobar Kharid Yojana – देश में किसानों और पशुपालकों की आय में वृद्धि करने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित की जा रही है। इसी प्रकार हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा किसानों और पशुपालकों के हित के लिए एक नई योजना को शुरू किया जा रहा है। जिसका नाम गोबर खरीद योजना है। हिमाचल प्रदेश गोबर खरीद योजना के माध्यम से सरकार राज्य के पशुपालक और किसानों से गोबर की खरीद करेगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने धर्मशाला के पुलिस ग्राउंड से 11 दिसंबर को इस योजना की घोषणा की है। इस योजना के माध्यम से प्रदेश के पशुपालक गोबर बेचकर अपनी आय में वृद्धि कर सकेंगे जिससे पशुपालन में बढ़ोतरी होगी और पशुओं की स्थिति में भी सुधार होगा।
अगर आप भी हिमाचल प्रदेश के किसान है और पशुपालन कर रहे हैं तो आप अपने पशुओं का गोबर बेचकर आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकते हैंं। कितने रुपए किलो की जाएगी गोबर की खरीद और कैसे करना होगा आवेदन इन सभी से जुड़ी जानकारी के लिए आपको आर्टिकल ध्यान पूर्वक अंत तक पढ़ना होगा।
Himachal Pradesh Gobar Kharid Yojana 2024
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा 11 दिसंबर को गोबर खरीद योजना को शुरू करने की घोषणा की गई है। प्रदेश में जनवरी 2024 से गोबर खरीद योजना शुरू की जाएगी। खंड स्तर पर गोबर खरीद योजना के तहत कलस्टर स्थापित किए जाएंगे। इस योजना के माध्यम से सरकार 2 रुपए प्रति किलो के हिसाब से गोबर की खरीद करेंगी। जिससे राज्य के किसानों और पशुपालकों की आय में वृद्धि होगी। साथ ही लोगों में पशु का पालन करने के लिए जागरूकता बढ़ने लगेगी और लोग जानवरों का पालन कर गोबर से पैसा कमा सकेंगे। जिससे लोगों को पशुओं के दूध एवं उनके गोबर दोनों से आर्थिक लाभ प्राप्त होगा। यह योजना पशुपालन को बढ़ावा देकर प्रदेश में आय के साधन में बढ़ोतरी करेंगी।
हिमाचल गोबर खरीद योजना 2024 के बारे में जानकारी
योजना का नाम | Gobar Kharid Yojana |
शुरू की गई | मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा |
लाभार्थी | हिमाचल प्रदेश के नागरिक |
उद्देश्य | किसानों और पशुपालकों की आय में वृद्धि करना वृद्धि करना और पशुपालन की ओर ध्यान आकर्षित करना |
राज्य | हिमाचल प्रदेश |
गोबर की कीमत | 2 रुपए किलो |
आवेदन प्रक्रिया | ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | जल्द लॉन्च होगी |
Gobar Kharid Yojana 2024 का उद्देश्य
हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा गोबर खरीद योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य राज्य के किसानों के साथ-साथ पशुपालकों की आय में वृद्धि करना और पशुपालन की ओर ध्यान आकर्षित करना है जिसके लिए सरकार द्वारा 2 रुपए किलो हिसाब से गोबर की खरीद की जाएगी। इस योजना के माध्यम से किसानों को अतिरिक्त आय प्राप्त होगी और पशुओं की स्थिति में भी सुधार देखने को मिलेगा। इस योजना के माध्यम से पशुपालन में वृद्धि होगी जिससे दूध की कीमतों में भी हो रही वृद्धि कम हो जाएगी। अभी तक गोबर का इस्तेमाल खेतों के लिए किया जाता था लेकिन अब गोबर को बेचकर पैसे कमा सकेंगे। जिससे किसान और पशुपालकों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। राज्य के नागरिक भी पशुपालन के लिए प्रोत्साहित होंगे।
एक ब्लॉक में 250 किसानों को पंजीकृत किया जाएगा।
हिमाचल गोबर खरीद योजना के तहत गोबर की खरीद के लिए पशुपालन विभाग और कृषि विभाग द्वारा दो नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। शुरुआती चरण में एक ब्लॉक में 250 किसानों को पंजीकृत किया जाएगा। इसके लिए छोटे, सीमांत और प्रगतिशील किसानों को लाभान्वित करने के लिए उनके क्लस्टर बनाए जाएंगे। उसके बाद क्लस्टर में शामिल होने वाले किसानों को कृषि के साथ-साथ मुर्गी पालन जैसे क्षेत्रों को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। साथ ही इन किसानों को प्रदेश सरकार की सब्सिडी योजनाओं का लाभ भी दिया जाएगा।
खरीदे गए गोबर का क्या करेगी सरकार
कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने कहा कि गोबर खरीद योजना के तहत सरकार किसानों से 2 रुपए प्रति किलो की दर से गोबर की खरीद करेगी। इसके बाद खरीदे गए गोबर को स्टोर किया जाएगा। बागवानी कृषि क्षेत्र और नर्सरी क्षेत्र में गोबर की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। किसानों द्वारा उत्पादित जैविक उत्पादों के विवरण के लिए बाजार उपलब्ध कराया जाएगा। जिसके माध्यम से जैविक फसलों को आकर्षक दाम पर खरीदा जाएगा। प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और नीतियों से किसानों का अवगत कराने के लिए ई पुस्तिका उपलब्ध करवाई जाएगी।
गोबर खरीद योजना के लाभ एवं विशेषताएं
- हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा गोबर खरीद योजना की शुरुआत की गई है।
- इस योजना के माध्यम से सरकार प्रदेश के किसानों और पशुपालकों से गोबर की खरीद करेंगी।
- प्रदेश सरकार द्वारा 2 रुपए किलो के हिसाब से गोबर खरीदा जाएगा।
- इस योजना के शुरुआती चरण में एक ब्लॉक से 250 किसानों को पंजीकृत किया जाएगा।
- किसानों को लाभान्वित करने के लिए उनके कलेक्टर बनाएं जाएंगे।
- साथ ही किसानों को सरकार की अनुदान योजनाओं का लाभ भी दिया जाएगा।
- इस योजना के माध्यम से प्रदेश की महिलाएं भी लाभ प्राप्त कर सकेगी।
- गोबर खरीद योजना के माध्यम से राज्य में रोजगार का साधन उपलब्ध हो सकेगा।
- इससे राज्य के लोगों की अतिरिक्त आय में वृद्धि होगी।
- यह योजना पशुपालन को बढ़ावा देगी जिससे लोगों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
- गोबर खरीद योजना के माध्यम से किसान खेती के साथ-साथ पशुपालन का भी कार्य कर अपनी आय को 2 से 3 गुना कर सकेंगे।
- यह योजना राज्य के लिए महत्वपूर्ण योजना के रूप में साबित होगी।
Gobar Kharid Yojana 2024 के लिए पात्रता
- गोबर खरीद योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक को हिमाचल प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए।
- इस योजना के लिए किसान या पशुपालक पात्र होंगे।
हिमाचल प्रदेश नरेगा जॉब कार्ड लिस्ट
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- पैन कार्ड
- वोटर आईडी कार्ड
- बैंक पासबुक
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
हिमाचल गोबर खरीद योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
- सबसे पहले आपको अपने नजदीकी पशुपालन या कृषि विभाग कार्यालय जाना होगा।
- वहां जाकर आपको गोबर खरीद योजना के लिए आवेदन फॉर्म प्राप्त करना होगा।
- इसके बाद आपको आवेदन फॉर्म में पूछी गई आवश्यक जानकारी को दर्ज करना होगा।
- सभी जानकारी दर्ज करने के बाद आपको मांगे गए दस्तावेजों को संलग्न करना होगा।
- इसके बाद आपको या आवेदन फॉर्म वापस विभाग में जमा कर देना होगा जहां से अपने प्राप्त किया था।
- इस प्रकार आप गोबर खरीद योजना के अंतर्गत आवेदन कर सकते हैंं।
- आवेदन प्राप्त होने के बाद विभाग द्वारा प्रत्येक ब्लॉक के 250 किसानों को इस योजना के लिए नामांकित किया जाएगा।
- उसके बाद नामांकित व्यक्तियों से उनका गोबर 2 रुपए किलो के हिसाब से खरीद लिया जाएगा।
Gobar Kharid Yojana FAQs
गोबर खरीद योजना को शुरू करने की घोषणा कब की गई? गोबर खरीद योजना को शुरू करने की घोषणा हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा 11 दिसंबर धर्मशाला के पुलिस ग्राउंड से की गई। Gobar Kharid Yojana कब शुरू की जाएगी? हिमाचल प्रदेश में जनवरी 2024 से गोबर खरीदी योजना शुरू की जाएगी। गोबर खरीद योजना के अंतर्गत कितने रुपए किलो के हिसाब से गोबर खरीदा जाएगा? गोबर खरीद योजना के अंतर्गत 2 रुपए प्रति किलो के हिसाब से सरकार द्वारा गोबर खरीदा जाएगा।