UP Gaushala Yojana – प्रदेश में विभिन्न गौशालाओं का निर्माण एवं विकास सरकार द्वारा निरंतर किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार ने गौशालाओं के विकास हेतु अनेक योजनाएं प्रारंभ की हैं, जिनके माध्यम से आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस लेख में, हम आपको यूपी गौशाला योजना 2025 से जुड़ी सारी जानकारी प्रस्तुत करेंगे, जिसमें इस योजना के लाभ, उद्देश्य, पात्रता, आवश्यक दस्तावेज, और आवेदन प्रक्रिया शामिल है। यदि आप यूपी गौशाला योजना के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं, तो कृपया इस लेख को अंत तक पढ़ें।

यूपी गौशाला योजना 2025
उत्तर प्रदेश गौशाला अधिनियम 1964 का उद्देश्य प्रदेश में गौशालाओं का बेहतर प्रबंधन करना है। इस अधिनियम को राज्य के तमाम गौशालाओं में लागू किया जाएगा। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में लगभग 498 गौशालाएं संचालित हैं। इन सभी के विकास के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा तरह-तरह की योजनाएं चलायी जा रही हैं। इन योजनाओं से ना केवल आर्थिक सहायता मिलती है, बल्कि गौशालाओं में कार्यरत व्यक्तियों को भी प्रशिक्षण दिया जाता है। इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए सभी गौशालाओं का पंजीकरण अनिवार्य है। गायों की देखभाल करने वाले गौशाला प्रबंधक द्वारा पंजीकरण किया जाता है, जिसे आवेदक स्वयं या फिर सीएससी केंद्र के माध्यम से पूरा कर सकते हैं।
प्रदेश के लोग अब किसी सरकारी कार्यालय में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वे आसानी से घर बैठे ही आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर गौशाला का पंजीकरण करा सकते हैं। इससे समय और पैसे की बचत होती है और प्रणाली में पारदर्शिता बनी रहती है।
यूपी गौशाला योजना का उद्देश्य
यूपी गौशाला योजना का मुख्य उद्देश्य सभी गौशालाओं का विकास करना है। इस योजना के अंतर्गत आर्थिक सहायता दी जाएगी, साथ ही काम करने वाले नागरिकों को प्रबंधन के लिए प्रशिक्षण भी मिलेगा। यह योजना न केवल गौशालाओं का विकास करती है, बल्कि रोजगार के अवसर भी प्रदान करती है। यूपी गौशाला योजना 2025 के माध्यम से आवेदक सीधे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं, जिससे उनके लिए आधिकारिक कार्यालयों में जाने की आवश्यकता नहीं है। इससे प्रक्रियाओं में पारदर्शिता बढ़ेगी और समय की बचत भी होगी।
यूपी गौशाला योजना की जानकारी
योजना का नाम | UP Gaushala Yojana |
किसने आरंभ की | उत्तर प्रदेश सरकार |
लाभार्थी | प्रदेश की गौशालाएं |
उद्देश्य | गौशालाओं का विकास करना |
आधिकारिक वेबसाइट | http://ahgoshalareg.up.gov.in/ |
साल | 2025 |
आवेदन का प्रकार | ऑनलाइन |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
यूपी गौशाला योजना के लाभ और विशेषताएं
- उत्तर प्रदेश की गौशालाओं के बेहतर प्रबंधन के लिए उत्तर प्रदेश गौशाला अधिनियम 1964 लागू किया गया है।
- यह अधिनियम पूरे राज्य में लागू किया जाएगा।
- उत्तर प्रदेश में लगभग 498 गौशालाएं हैं, जिनके विकास के लिए कई योजनाएं चलायी जाती हैं।
- इन योजनाओं से आर्थिक सहायता और प्रशिक्षण प्राप्त होता है।
- गौशालाओं को पंजीकरण करना अनिवार्य है।
- पंजीकरण प्रदेश की गौशाला पंजीकरण प्रणाली, उत्तर प्रदेश द्वारा किया गया है।
- आवेदक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
- इससे समय और पैसे की बचत होती है और पारदर्शिता बढ़ती है।
यूपी गौशाला योजना की पात्रता और महत्वपूर्ण दस्तावेज
- गौशाला उत्तर प्रदेश में स्थित होनी चाहिए।
- केवल पंजीकृत गौशालाएं ही योजना का लाभ ले सकेंगी।
- गौशाला में रखे गए गोवंशों का विवरण फॉर्म में होना चाहिए।
- गौशाला के लिए भूमि संबंधी अभिलेखों की प्रति।
- संस्थान के सोसाइटी रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र एवं नियम की छाया प्रति।
- गौशाला के आय-व्यय का विवरण।
- गौशाला पंजीकरण के लिए संस्था कार्यकारिणी द्वारा प्रस्ताव की प्रति।
- समिति के बैंक खाते का विवरण।
- गौशाला की स्थापना संबंधी लेख/प्रस्ताव की प्रति।
- पैन कार्ड एवं आधार कार्ड की प्रति।
- अधिकारियों के हस्ताक्षर के साथ घोषणा पत्र।
- गौशाला की वर्तमान प्रबंधन समिति के अधिकारी संबंधी विवरण।
UP Gaushala Yojana पंजीकरण प्रक्रिया
- सर्वप्रथम, आपको प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- यहां होम पेज पर आपको रजिस्ट्रेशन के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- अब रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुलकर आएगा, जिसमें निम्नलिखित जानकारियां भरनी होंगी:
- गौशाला का नाम
- स्थापना की तिथि
- जिला
- आवेदक का नाम
- पिता का नाम
- यूजरनेम
- ईमेल
- पासवर्ड
- अब आपको सबमिट करने के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद, आपके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक यूजर आईडी एवं पासवर्ड आएगा।
- आपको इसका उपयोग करके लॉगिन करना होगा।
- लॉगिन करने के बाद आवेदन फॉर्म खुलकर आएगा और आवश्यक जानकारी भरकर दस्तावेज अपलोड करें।
- अंत में, सबमिट पर क्लिक करें।
- इस प्रकार आप रजिस्ट्रेशन पूरा कर पाएंगे।
UP Gaushala Yojana सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन प्रक्रिया
- आपको आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- अब होम पेज पर वेरिफिकेशन के विकल्प पर क्लिक करें।
- जनपद और प्रमाण पत्र संख्या दर्ज करें।
- इसके बाद, गेट स्टेटस पर क्लिक करें।
- इस तरह आप सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन कर सकेंगे।
गौशालाओं की सूची देखने की प्रक्रिया
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- होम पेज पर गौशाला के विकल्प पर क्लिक करें।
- एक नया पेज आएगा जहां आप गौशालाओं की सूची देख सकेंगे।
UP Gaushala Yojana लॉगिन प्रक्रिया
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- होम पेज पर लॉगिन विकल्प पर क्लिक करें।
- यूजरनेम और पासवर्ड दर्ज करें और लॉगिन पर क्लिक करें।
- इस तरह आप लॉगिन कर सकते हैं।
अथॉरिटी से अपील करने की प्रक्रिया
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- होम पेज पर अपील टू अथॉरिटी के विकल्प पर क्लिक करें।
- नया पेज खोलेगा, जिसमें जानकारी भरें:
- पूरा नाम
- गाँव
- थाना
- जिला
- ईमेल आईडी
- पिता/पति का नाम
- पद
- तहसील
- मोबाइल नंबर
- अब सेंडर अपील पर क्लिक करें।
- इस तरह आप अपील कर सकेंगे।
अटैचमेंट की सूची देखने की प्रक्रिया
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- होम पेज पर अटैचमेंट के विकल्प पर क्लिक करें।
- एक पीडीएफ फाइल ओपन होगी, जिसमें अटैचमेंट की सूची मिलेगी।
रजिस्ट्रेशन स्टेटस देखने की प्रक्रिया
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- होम पेज पर रजिस्ट्रेशन स्टेटस के विकल्प पर क्लिक करें।
- नया पेज खुलेगा, जिसमें जनपद का चयन करें।
- आवेदन क्रमांक दर्ज करके गेट स्टेटस पर क्लिक करें।
- इस प्रकार आप रजिस्ट्रेशन स्टेटस देख सकेंगे।
संपर्क जानकारी
- फोन – 0522-2740238, 0522- 2740482
- फैक्स – 0522-2740202
- ईमेल – jdgoshala.up@gmail.com
- पता – बादशाहबाग, लखनऊ, उत्तर प्रदेश