स्वामी विवेकानंद ऐतिहासिक पर्यटन यात्रा योजना – यह योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य श्रमिकों के धार्मिक यात्रा अनुभव को बढ़ावा देना है। इस लेख में हम इस योजना की पूरी जानकारी देंगे, जैसे कि इसका उद्देश्य, लाभ, पात्रता, आवश्यक दस्तावेज और आवेदन प्रक्रिया। यदि आप स्वामी विवेकानंद ऐतिहासिक पर्यटन यात्रा योजना के बारे में सभी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो कृपया पूरा पढ़ें।

स्वामी विवेकानंद ऐतिहासिक पर्यटन यात्रा योजना 2025
इस योजना के तहत, उत्तर प्रदेश सरकार श्रमिकों को धार्मिक यात्रा के लिए ₹12000 की वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है। यह सहायता केवल उन्हीं श्रमिकों के लिए है, जो उत्तर प्रदेश में स्थित फैक्ट्रियों में काम करते हैं। इस योजना का लाभ लगभग 6.5 लाख श्रमिकों को मिलेगा, जिससे कि वे अपने धार्मिक स्थलों की यात्रा कर सकें। आवेदन प्रक्रिया 24 जनवरी 2025 से शुरू होगी। इस योजना के तहत लगभग 1.5 करोड़ श्रमिक लाभान्वित होंगे।
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स्वामी विवेकानंद ऐतिहासिक पर्यटन यात्रा योजना के धार्मिक स्थल
इस योजना के अंतर्गत कहा गया है कि निम्नलिखित महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों की यात्रा की जा सकती है:
- अयोध्या
- मथुरा
- प्रयागराज
- वाराणसी
- हस्तिनापुर (मेरठ)
- गोरखपुर का गोरखनाथ मंदिर
- शाकुंभरी देवी तथा वैष्णो देवी मंदिर
स्वामी विवेकानंद ऐतिहासिक पर्यटन यात्रा योजना 2025 के प्रमुख बिंदु
योजना का नाम | स्वामी विवेकानंद ऐतिहासिक पर्यटन यात्रा योजना |
किसने लॉन्च की | उत्तर प्रदेश सरकार |
लाभार्थी | उत्तर प्रदेश के नागरिक |
उद्देश्य | धार्मिक यात्रा के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना। |
आधिकारिक वेबसाइट | uplabour.gov.in |
साल | 2025 |
आर्थिक सहायता | ₹12000 |
स्वामी विवेकानंद ऐतिहासिक पर्यटन यात्रा योजना
इस योजना का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को धार्मिक यात्रा का अवसर प्रदान करना है। कई लोग धार्मिक यात्रा के लिए प्रेरित होते हैं, लेकिन वित्तीय कठिनाइयों के कारण ऐसा नहीं कर पाते। इस योजना के अंतर्गत श्रमिकों को ₹12000 की सहायता मिलेगी, जिससे अब कोई भी श्रमिक धार्मिक यात्रा से वंचित नहीं रहेगा।
स्वामी विवेकानंद ऐतिहासिक पर्यटन यात्रा योजना 2025 के लाभ तथा विशेषताएं
- उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा धार्मिक यात्रा के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
- यह सहायता केवल उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को मिलती है।
- इस योजना के तहत आर्थिक सहायता ₹12000 है।
- यह योजना फैक्ट्रियों में काम करने वाले सभी श्रमिकों के लिए है।
- यह योजना श्रमिकों को धार्मिक यात्रा के लिए अवसर प्रदान करती है।
- लाभार्थियों को आवेदन करना होगा।
- आवेदन 24 जनवरी 2025 से शुरू होंगे।
- इस योजना से डेढ़ करोड़ श्रमिकों को लाभ होगा।
- राज्य के श्रम बोर्ड के अंतर्गत पंजीकृत श्रमिक इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
स्वामी विवेकानंद ऐतिहासिक पर्यटन यात्रा योजना की पात्रता
- आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- आवेदक एक पंजीकृत श्रमिक होना चाहिए।
- राज्य के श्रम कल्याण बोर्ड के अंतर्गत आवेदक पंजीकृत होना चाहिए।
- आवेदक फैक्ट्री में काम कर रहा होना चाहिए।
स्वामी विवेकानंद ऐतिहासिक पर्यटन यात्रा योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- आईडी कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज तस्वीरें
- मोबाइल नंबर
स्वामी विवेकानंद ऐतिहासिक पर्यटन यात्रा योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया
- सर्वप्रथम आपको यहां दिए गए लिंक पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद फॉर्म को डाउनलोड करें और प्रिंट निकालें।
- फॉर्म में सभी आवश्यक जानकारी भरें।
- सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को फॉर्म से संलग्न करें।
- फॉर्म को श्रम विभाग में जमा करें।
- इस प्रकार आप स्वामी विवेकानंद ऐतिहासिक पर्यटन यात्रा योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं।