Soil Health Card Scheme भारत सरकार द्वारा वर्ष 2015 में किसानों की सहायता के लिए शुरू की गई थी। इस योजना का उद्देश्य किसानों को उनकी भूमि की मिट्टी की गुणवत्ता का मूल्यांकन कर बेहतर फसल उत्पादन में मदद करना है। इसे समझते हुए, किसानों को एक हेल्थ कार्ड जारी किया जाएगा, जिसमें उनकी भूमि की मिट्टी का प्रकार और इसकी गुणवत्ता के आधार पर खेती के सुझाव दिए जाएंगे।

Soil Health Card Scheme 2025
केंद्र सरकार इस योजना के तहत प्रत्येक 3 वर्ष में Soil Health Card जारी करेगी। इसका लक्ष्य है कि अगले तीन वर्षों में लगभग 14 करोड़ किसानों को यह कार्ड प्रदान किया जाए। इस कार्ड में मिट्टी के पोषण और उर्वरकों के बारे में जानकारी दी जाएगी। Soil Health Card किसानों के लिए एक रिपोर्ट है, जो मिट्टी के गुणों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती है।
Soil Health Card Scheme 2025 का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को उनकी मिट्टी का सही अध्ययन कर अच्छा कृषि उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित करना है। Soil Health Card Scheme 2025 के जरिए किसान मिट्टी की गुणवत्ता के आधार पर सही फसल उगाएंगे, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी। साथ ही, इस योजना का उद्देश्य मिट्टी के स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है, ताकि किसान कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकें।
Soil Health Card Scheme 2025 की मुख्य बातें
योजना का नाम | सॉइल हेल्थ कार्ड योजना |
शुरूआत की गई | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा |
शुरू होने का वर्ष | 2015 |
उद्देश्य | किसानों को लाभ पहुँचाना |
संबंधित विभाग | कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार |
आधिकारिक वेबसाइट | https://soilhealth.dac.gov.in/ |
소일 헬्थ 카드 से जुड़ी जानकारी
- मिट्टी की सेहत
- खेत की उत्पादन क्षमता
- पोषक तत्वों की मौजूदगी और कमी
- मिट्टी में नमी की मात्रा
- अन्य पोषक तत्वों की जानकारी
- खेतों की गुणवत्ता सुधारने के लिए दिशा-निर्देश
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना
Soil Health Card Scheme का संरचना
राष्ट्रीय स्तर – इस योजना के कार्यान्वयन के लिए राष्ट्रीय सलाहकार समिति का गठन किया जाएगा। यह समिति योजना के दिशा-निर्देशों को निर्धारित करेगी।
राज्य स्तर – राज्य स्तर पर एक कार्यकारी समिति का गठन किया जाएगा, जो राज्य की नोडल विभाग के जरिए योजना को लागू करेगी।
जिलावार – प्रत्येक जिला स्तर पर भी कार्यकारी समिति का गठन होगा, जो मिट्टी के स्वास्थ्य पर कार्य करेगी।
सॉइल टेस्टिंग में शामिल एजेंसियां
- कृषि विभाग के कर्मचारी
- राज्य कृषि विश्वविद्यालय और उनके मृदा परीक्षण कर्मचारी
सांख्यिकी और प्रक्रियाएँ
- किसान के खेत में मिट्टी के नमूने एकत्र किए जाएंगे।
- दर्ज़ किए गए नमूनों का परीक्षण प्रयोगशाला में होगा।
- विशेषज्ञ मिट्टी के गुणों का मूल्यांकन करेंगे और उनके आधार पर सुझाव देंगे।
- इस रिपोर्ट को फिर ऑनलाइन प्रणाली में डालकर किसानों को सूचित किया जाएगा।
Soil Health Card Scheme में आवेदन कैसे करें?
जो भी किसान Soil Health Card योजना के तहत आवेदन करना चाहें, उन्हें नीचे दिए गए सरल चरणों का पालन करना होगा:
- सबसे पहले आवेदक को आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- इसके बाद “लॉगिन” के विकल्प पर क्लिक करें और अपने राज्य का चयन करें।
- “नया पंजीकरण” पर क्लिक करें और सभी आवश्यक विवरण भरें।
- सभी जानकारी भरने के बाद सबमिट करें और फिर लॉगिन करें।
Soil Health Card प्रिंट कैसे करें?
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर “प्रिंट Soil Health Card” के विकल्प पर क्लिक करें।
- अपने राज्य का चयन करें, फिर सभी जानकारी भरकर सर्च करें।
- आपका Soil Health Card आपकी स्क्रीन पर दिखाई देगा, जिसे आप प्रिंट कर सकते हैं।
संपर्क जानकारी
यदि आप इस योजना से संबंधित और जानकारी चाहते हैं, तो आप नीचे दिए गए हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं:
- हेल्पलाइन नंबर: 011-24305591, 011-2430548
- ईमेल: helpdesk-soil@gov.in
इस तरह, Soil Health Card Scheme 2025 किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो उन्हें बेहतर फसल उत्पादन और आय वृद्धि में सहायता करेगा।