राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन – Rashtriya Gramin Swasthya Mission उद्देश्य

Rashtriya Gramin Swasthya Mission – आप सभी जानते हैं कि देश में ग्रामीण क्षेत्रों में निवास कर रहे नागरिकों को आसानी से स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं प्राप्त नहीं हो पाती है। जिसके कारण कई बार उनकी मृत्यु हो जाती है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा 12 अप्रैल 2005 में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की शुरुआत की गई। Rashtriya Gramin Swasthya Mission के माध्यम से देश के ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे नागरिकों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने हेतु इस मिशन को देश के सभी राज्यों में लागू किया गया है। इस मिशन को विशेष रूप से देश के आर्थिक रूप से कमजोर और ग्रामीण परिवार की महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए आरंभ किया गया है। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से National Health Rural Mission से संबंधित संपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराएंगे।

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Rashtriya Gramin Swasthya Mission 2024

National Health Rural Mission देश के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने हेतु केंद्र सरकार द्वारा उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। इस मिशन के माध्यम से देश के सभी राज्यों के नागरिकों को जो ग्रामीण एवं दूर-दराज इलाकों में निवास कर रहे हैं उन सभी को बेहतर चिकित्सा संबंधी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन का आरंभ केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2005 में किया गया था। जिसके बाद वर्ष 2013 में इस मिशन को ग्रामीण इलाकों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में भी लागू किया गया। इसके बाद इस मिशन का नाम बदल कर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन रखा गया।

Rashtriya Gramin Swasthya Mission के अंतर्गत शामिल राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NHRM) और राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन (NHUM) इन दोनों का संचालन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा किया जाता है। देश की महिलाओं, बच्चों और राज्य के सभी जरूरतमंद लोगों को राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत आर्थिक रूप से कमजोर नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान की जाती है। ताकि देश भर में सभी ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य उपलब्ध कराया जा सके।

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राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के बारे में जानकारी

आर्टिकल का नाम Rashtriya Gramin Swasthya Mission
आरंभ किया गया केंद्र सरकार द्वारा
आरंभ की तिथि 12 अप्रैल 2005
विभाग स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय
लाभार्थी देश के सभी राज्यों के नागरिक
उद्देश्य नागरिकों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करना
अधिकारिक वेबसाइट https://nhm.gov.in/

National Health Rural Mission का मुख्य उद्देश्य

केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में निवास कर रहे नागरिकों को बेहतर और किफायती स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करना है। इस मिशन के माध्यम से ग्रामीण एवं दूर इलाकों में रह रहे नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है। इस मिशन के माध्यम से सरकार द्वारा देश की आर्थिक रूप से कमजोर परिवार जिनके आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण बेहतर स्वास्थ्य सुरक्षा प्राप्त नहीं हो पाती हम सभी को राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के माध्यम से स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है। ताकि ग्रामीण इलाकों में भी महिलाओं बच्चों और बुजुर्गों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जा सके। और राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन से देशभर में सभी ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों को स्वास्थ्य बेहतर बनाया जा सके।

बीपीएल सूची में नाम देखें

Rashtriya Gramin Swasthya Mission के प्रमुख लक्ष्य

राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन को शुरू करने के लिए और ग्रामीण व्यक्तियों, महिलाओ और विशेष रूप से बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी सुविधा उपलब्ध कराने हेतु सरकार के कुछ विशेष लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। सरकार द्वारा निर्धारित किए गए लक्ष्य की जानकारी नीचे दी गई है।

  • मलेरिया व डेंगू जैसी बीमारियों के वार्षिक मामलों में कमी लाना।
  • मिशन द्वारा स्वास्थ्य जीवन शैली को बढ़ावा दिया जाना।
  • मातृत्व मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर के आंकड़ों में कमी लाना।
  • महिलाओं एवं बच्चों को स्वास्थ्य सेवा की सुविधा सुलभता से उपलब्ध कराना।
  • स्थानीय बीमारी के साथ संचारी एवं गैर संचारी रोगों की रोकथाम एवं नियंत्रण करना।
  • विशेष तौर पर कमजोर सूचक राज्यों पर ध्यान एकत्रित करना।
  • वैकल्पिक औषधि पद्धतियों को प्रोत्साहन देना।
  • पंचायती राज संस्थानों का सुदृढ़ीकरण करना।
  • आशा की सहायता से स्वास्थ्य देखभाल को बढ़ावा देना।
  • तपेदिक, क्षय जैसे रोगों की रोकथाम करना।
  • स्वास्थ्य देखभाल में घरेलू जेब खर्च में कटौती।
  • समस्त राष्ट्रीय ग्रामीण बच्चों को टीकाकरण करना।
  • जनसंख्या स्थिरीकरण, लिंग और जनसंख्या की संतुलन।
  • पेयजल सुलभ शौचालय की व्यवस्था उपलब्ध कराना।

National Health Rural Mission के अंतर्गत चयनित राज्य

राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत उन राज्य में विशेष ध्यान दिया जाएगा जिन राज्य में कमजोर नागरिक स्वास्थ्य सूचक है। नेशनल हेल्थ रूरल मिशन के अंतर्गत पूरे देश के साथ-साथ नागरिकों को स्वास्थ्य संबंधी सुविधा प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा 18 राज्यों का चयन किया गया है। इन विशेष राज्यों के नाम नीचे सूची में दिए गए हैं।

1. हिमाचल प्रदेश 10. जम्मू कश्मीर
2. असम 11. नागालैंड
3. मेघालय 12. छत्तीसगढ़
4. राजस्थान 13. उड़ीसा
5. सिक्किम 14. बिहार
6. मध्यप्रदेश 15. अरुणाचल प्रदेश
7. त्रिपुरा 16. मणिपुर
8. मिजोरम 17. उत्तरांचल
9. उत्तर प्रदेश 18. मेघालय

राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की कार्य नीतियां

राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की नागरिकों को स्वास्थ्य संबंधित सुविधा प्रदान करने के लिए कुछ कार्य नीतियां निर्धारित की गई है जो कि निम्न प्रकार है।

  • ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों को मजबूत एवं सुविधाएं उपलब्ध कराना।
  • मिशन हेतु नियम और मापदंड निर्धारित करना।
  • मिशन के तहत सरकारी खर्च पर बढ़ोतरी की जाएगी।
  • जनता के साथ लक्ष्य और कार्य प्रगति की रिपोर्ट साझा करना।
  • प्राइवेट हेल्थ सेक्टर के साथ पार्टनरशिप स्थापित करना।

आयुष्मान भारत कार्ड

Rashtriya Gramin Swasthya Mission के अंतर्गत किए गए सुधार

  • प्राइमरी हेल्थ केयर सेंटर के क्रियान्वयन – सरकार द्वारा प्राइमरी हेल्थ केयर सेंटर्स के कार्यों हेतु आवश्यकता होने पर नए उपकरणों को बनवाना और उनके लिए नई इमारतों का निर्माण करना, स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं हेतु आवश्यक दवाई उपलब्ध करवाना, स्वास्थ्य संबंधी महिला कर्मी एएनम की आवश्यकता पड़ने पर नियुक्ति करना।
  • महिला कर्मी एएनम द्वारा ग्रामीण स्वास्थ्य देखभाल हेतु बैंक खाते में 1000 रूपए की धनराशि प्रदान की जाएगी। जिसका उपयोग महिला कर्मी लोगों के स्वास्थ्य हेतु इलाज की आवश्यकता के समय कर सकेगी।
  • प्राथमिक स्वास्थ्य सेंटर के क्रियान्वयन हेतु आवश्यकता अनुसार बिल्डिंग निर्माण के साथ-साथ 24 घंटों की स्वास्थ्य सेवा प्राइमरी हेल्थ केयर सेंटर्स में उपलब्ध होगी। इसके अलावा इन सेंटरों में 3 नर्सों एवं आयुर्वेदिक यूनानी होम्योपैथिक डॉक्टर की नियुक्ति भी की जाएगी। ताकि समय पर लोगों को इलाज मिल सके।
  • गांव जिला और राज्य के स्तर पर सामाजिक विज्ञान एवं जवाबदेही के लिए कमेटियों का गठन किया गया है।
  • आशा कार्यक्रम का निरीक्षण करने हेतु एक निगरानी समूह का गठन किया गया है।
  • स्वास्थ्य संबंधी 24 घंटे उपलब्ध कराने हेतु आम नागरिकों के लिए कम्युनिटी हेल्थ केयर सेंटर की क्षमता के विकास के लिए बहुत से केंद्रों का चयन भी किया गया है।
  • आशा की सहायता से ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिकों को स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएगी।