कुसुम योजना का उद्देश्य किसानों को सौर ऊर्जा से चलने वाले सिंचाई पंप प्रदान करना है। इस योजना के तहत, केंद्र और राज्य की सरकारें 3 करोड़ पेट्रोल और डीजल सिंचाई पंपों को सौर ऊर्जा पंपों में परिवर्तित करेंगी। देश के उन किसानों के लिए, जो सिंचाई पंपों को डीजल या पेट्रोल से चलते हैं, यह योजना उनके लिए एक बड़ा लाभ साबित होगी। पहली चरण में 1.75 लाख ऐसे पंप सूर्य पैनल की सहायता के साथ संचालित किए जाएंगे।
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Kusum Yojana 2025 के उद्देश्य
कुसुम योजना के तहत, राज्य सरकार ने 17.5 लाख डीजल पंपों और 3 करोड़ कृषि पंपों को अगले 10 सालों में सौर पंपों में परिवर्तन करने का लक्ष्य रखा है। यह योजना राजस्थान के किसानों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। सौर पंपों के लिए प्रारंभिक बजट 50,000 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है। 2024-25 में, इस योजना के तहत 20 लाख किसानों को सौर पंप स्थापित करने में मदद दी जाएगी।
कुसुम योजना के बारे में जानकारी
योजना का नाम | Kusum Yojana |
प्रस्तावित द्वारा | वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली |
श्रेणी | केंद्र सरकार योजना |
उद्देश्य | सौर सिंचाई पंपों की उपलब्धता |
आधिकारिक वेबसाइट | http://rreclmis.energy.rajasthan.gov.in/kusum.aspx |
कुसुम योजना पंजीकरण
Kusum Yojana के अंतर्गत ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आवेदन किया जा सकता है। सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना हेतु और भूमि लीज पर देने हेतु आवेदन भी किए जा सकते हैं। पंजीकरण की एक सूची आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होगी, जहां इच्छुक लोग सौर ऊर्जा योजना के लिए आवश्यक जानकारी पा सकते हैं। यदि आप ऑनलाइन आवेदन करते हैं तो आपको एक आवेदन संख्या मिलेगी और आपको अपनी आवेदन की स्थिति की जानकारी रखनी होगी। यदि आप ऑफलाइन आवेदन करते हैं तो एक रसीद प्राप्त करेंगे।
Kusum Yojana आवेदन शुल्क
इस योजना के अंतर्गत सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए आवेदन शुल्क ₹5000 प्रति मेगावाट और जीएसटी दर के अनुसार लगेगा। यह शुल्क राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के नाम पर डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से देना होगा। 0.5 मेगावाट से 2 मेगावाट तक के लिए आवेदन शुल्क निम्नलिखित है:
मेगावाट | आवेदन शुल्क |
0.5 मेगावाट | ₹2500 + जीएसटी |
1 मेगावाट | ₹5000 + जीएसटी |
1.5 मेगावाट | ₹7500 + जीएसटी |
2 मेगावाट | ₹10000 + जीएसटी |
वित्तीय संसाधनों का अनुमान
i) किसान द्वारा प्रोजेक्ट लगाने पर
सौर ऊर्जा संयंत्र की क्षमता | 1 मेगावाट |
अनुमानित निवेश | 3.5 से 4.00 करोड़ रुपये प्रति मेगावाट |
अनुमानित वार्षिक विद्युत उत्पादन | 17 लाख यूनिट |
अनुमानित टैरिफ | ₹3.14 प्रति यूनिट |
कुल अनुमानित वार्षिक आय | ₹5300000 |
अनुमानित वार्षिक खर्च | ₹500000 |
अनुमानित वार्षिक लाभ | ₹4800000 |
25 वर्ष की अवधि में कुल अनुमानित आय | 12 करोड़ रुपये |
ii) किसान द्वारा भूमि लीज पर देने पर
1 मेगावाट हेतु भूमि की आवश्यकता | 2 हेक्टेयर |
प्रति मेगावाट विद्युत उत्पादन | 17 लाख यूनिट |
अनुमति लीज रेंट | 1.70 लाख से 3.40 लाख रुपये |
Kusum Yojana 2025 का उद्देश्य
भारत के कई राज्यों में सूखा पड़ता है, जिससे किसान की खेती प्रभावित होती है। इस समस्या के समाधान के लिए केंद्र सरकार ने PM Kusum Yojana 2025 को लागू किया है। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को मुफ्त बिजली प्रदान करना और सिंचाई के लिए सौर पैनल उपलब्ध कराना है। इससे किसानों को लाभ होगा और उनकी आय भी बढ़ेगी।
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कुसुम योजना के कॉम्पोनेंट्स
कुसुम योजना में चार मुख्य घटक शामिल हैं:
- सौर पंप वितरण: विभिन्न विभागों के माध्यम से केंद्र सरकार सौर पंपों का वितरण करेगी।
- सौर ऊर्जा कारखाने का निर्माण: ये कारखाने सस्ती और पर्याप्त ऊर्जा का उत्पादन करेंगे।
- ट्यूबवेल की स्थापना: सीमित मात्रा में ऊर्जा उत्पादित करने वाले ट्यूबवेल स्थापित किए जाएंगे।
- वर्तमान पंपों का अपग्रेडेशन: पुराने पंपों को सौर पंपों से बदला जाएगा।
कुसुम योजना के पहले चरण में 17.5 लाख सौर पंप किसानों को दिए जाएंगे। इसके अलावा, बैंक किसानों को 30% खर्च का लोन देंगे। किसानों को केवल अग्रिम लागत का भुगतान करना होगा।
कुसुम योजना के लाभार्थी
- किसान
- किसानों के समूह
- सहकारी समितियां
- पंचायतें
- किसान उत्पादक संगठन
- जल उपभोक्ता एसोसिएशन
Rajasthan Kusum Yojana से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां
- कुसुम योजना के तहत कुल लागत का 30% केंद्र सरकार, 30% राज्य सरकार और 30% कृषि उपभोक्ताओं को लोन के रूप में वित्त उपलब्ध करवाएंगे। इसका मतलब है कि किसानों को केवल 10% राशि का भुगतान करना होगा।
- अतिरिक्त बिजली उत्पादन होने पर, किसान इसे बेच सकेंगे।
- आवेदक के पास आवेदन के समय आधार कार्ड और बैंक खाता होना आवश्यक है।
- सरकार द्वारा मदद की राशि सीधे किसान के खाते में जमा की जाएगी।
राजस्थान कुसुम सोलर पंप विशेषताएं
राजस्थान राज्य की अक्षय ऊर्जा निगम 0.5 मेगावाट से 2 मेगावाट तक के सौर पंप वितरित करेगी। इच्छुक किसान ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं।
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Kusum Yojana 2025 के लाभ
- यदि आप किसान हैं तो इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
- रियायती मूल्य पर सौर सिंचाई पंप उपलब्ध होंगे।
- 10 लाख ग्रिड से जुड़े कृषि पंपों का सौरकरण होगा।
- ध्यान दें कि पहले चरण में 17.5 लाख डीजल पंपों को सौर ऊर्जा पर लाया जाएगा, जिससे डीजल की खपत कम होगी।
- किसान अब अपने खेतों में आसानी से सौर ऊर्जा से सिंचाई कर पाएंगे।
- इस योजना से अतिरिक्त बिजली उत्पादन होगा।
- 60% केंद्रीय सहायता मिलेगी, और 30% बैंक ऋण की सुविधा भी रहेगी। किसान को केवल 10% का भुगतान करना होगा।
- ये योजना सूखाग्रस्त क्षेत्रों के किसानों के लिए एक वरदान सिद्ध होगी।
- सोलर प्लांट लगने से 24 घंटे बिजली मिलेगी, जिससे सिंचाई में आसानी होगी।
- जो अतिरिक्त बिजली बनेगी, किसान उसे बेचनेंगे और एक महीने में सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
- कुसुम योजना के अंतर्गत स्थापित सौर पैनल बंजर भूमि पर लगाया जाएगा, जिससे इस भूमि का भी उपयोग हो सकेगा।
Kusum Yojana की पात्रता
- आवेदक भारत का स्थाई निवासी होना चाहिए।
- 0.5 मेगावाट से 2 मेगावाट क्षमता तक के सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- प्रति मेगावाट के लिए 2 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी।
- स्वयं के निवेश के लिए कोई वित्तीय योग्यता आवश्यक नहीं है।
महत्वपूर्ण दस्तावेज
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- रजिस्ट्रेशन की कॉपी
- ऑथराइजेशन लेटर
- जमीन की जमाबंदी की कॉपी
- बैंक खाता विवरण
- पासपोर्ट साइज फोटो
राजस्थान कुसुम योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
इच्छुक लाभार्थियों को कुसुम योजना के लिए आवेदन करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:
- आवेदक को पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- उस पर “Online Registration” का विकल्प दिखेगा। इस पर क्लिक करें।
- आवेदन फॉर्म में अपनी जानकारी भरें जैसे नाम, पता, आधार कार्ड नंबर, मोबाइल नंबर आदि।
- फिर अंत में Submit के बटन पर क्लिक करें। सफल पंजीकरण के बाद, लाभार्थियों को सौर पंपों की 10% लागत प्रदाताओं को जमा करने का निर्देश दिया जाएगा।
- कुछ ही दिनों में उनके खेतों में सोलर पंप लगा दिए जाएंगे।
प्रदेशवार कुसुम योजना की आवेदन प्रक्रिया
नीचे विभिन्न राज्यों की कुसुम योजना हेतु आवेदन प्रक्रियाएँ दी गई हैं:
- उत्तर प्रदेश: आपको उत्तर प्रदेश कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। फॉर्म भरकर सबमिट करें।
- मध्य प्रदेश: आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर Online आवेदन के विकल्प पर क्लिक करें एवं सभी जानकारी भरें।
- हरियाणा: हरियाणा कुसुम योजना की वेबसाइट पर जाकर आवेदन करें।
- महाराष्ट्र: पहले महाराष्ट्र कुसुम योजना की वेबसाइट पर जाकर आवेदन करें।
कुसुम योजना के तहत आवेदन की स्थिति जांचें
आप चयनित आवेदकों की सूची देखने के लिए यहां क्लिक करें।
ग्रीवेंस दर्ज करने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको Ministry Of New And Renewable Energy की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- वहाँ ग्रीवेंस रेजिस्ट्रेशन का विकल्प चुनना होगा।
- अपना नाम, ईमेल, ग्रीवेंस डिटेल्स भरकर Submit करें।
संपर्क संख्या
कुसुम योजना से संबंधित किसी भी समस्या के लिए आप निम्नलिखित नंबर पर संपर्क कर सकते हैं:
- संपर्क नंबर: 011-243600707, 011-24360404
- टोल-फ्री नंबर: 18001803333