उज्ज्वला 2.0 । उज्ज्वला योजना गैस कनेक्शन । उज्ज्वला application फॉर्म PDF
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने महोबा, उत्तर प्रदेश में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एलपीजी कनेक्शन सौंपकर उज्ज्वला 2.0 (प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना – PMUY) का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने उज्ज्वला के लाभार्थियों से बातचीत भी की।
Ujjwala 2.0 was announced in the Union budget for FY 21-22 with provision for an additional one crore LPG connection under the PMUY scheme. These one crore additional PMUY connections (under Ujjwala 2.0) aim to provide deposit-free LPG connections to those low-income families who could not be covered under the earlier phase of PMUY.
उज्ज्वला योजना से जिन लोगों का जीवन रोशन हुआ है, उनकी संख्या अभूतपूर्व है और इनमें बड़ी संख्या महिलाओं की हैं। उज्ज्वला योजना, 2016 में यूपी के बलिया, स्वतंत्रता संग्राम के प्रणेता मंगल पांडे की भूमि से शुरू की गई थी। उन्होंने कहा कि आज उज्ज्वला का दूसरा संस्करण भी यूपी की वीरभूमि-महोबा से शुरू किया गया है।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर अफसोस व्यक्त किया कि घर, बिजली, पानी, शौचालय, गैस, सड़क, अस्पताल और स्कूल ऐसी अनेक मूल आवश्यकताएं है जिनकी पूर्ति के लिए देशवासियों को दशकों तक इंतजार करना पड़ा। ऐसी कई चीजों को दशकों पहले देशवासियों को सुलभ कराया जा सकता था। उन्होंने कहा कि हमारी बेटियां घर और रसोई से बाहर निकलकर राष्ट्र निर्माण में व्यापक योगदान तभी दे पाएंगी, जब पहले घर और रसोई से जुड़ी समस्याएं हल होंगी। इसलिए बीते 6-7 सालों में सरकार ने ऐसे हर समाधान के लिए मिशन मोड पर काम किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बहनों के स्वास्थ्य, सुविधा और सशक्तिकरण के इस संकल्प को उज्ज्वला योजना ने बहुत बड़ा बल दिया है। योजना के पहले चरण में 8 करोड़ गरीब, दलित, वंचित, पिछड़े, आदिवासी परिवारों की बहनों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया गया। उन्होंने कहा कि इस मुफ्त गैस कनेक्शन का कितना लाभ हुआ है, ये हमने कोरोना काल में देखा है। उज्ज्वला योजना से एलपीजी गैस के बुनियादी ढांचे का कई गुना विस्तार सुनिश्चित हुआ है। पिछले 6-7 वर्षों के दौरान 11 हजार से भी अधिक एलपीजी वितरण केंद्र खोले गए हैं। उत्तर प्रदेश में इन केंद्रों की संख्या वर्ष 2014 के 2 हजार से बढ़कर 4 हजार हो गई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम शत-प्रतिशत गैस कवरेज के बहुत करीब हैं क्योंकि वर्ष 2014 में कुल जितने गैस कनेक्शन थे उससे कहीं अधिक गैस कनेक्शन पिछले 7 वर्षों के दौरान दिए गए हैं।
उज्ज्वला 2.0 के लाभार्थी
उज्ज्वला 2.0 के तहत कुल 1 करोड़ लाभार्थी शामिल किए जाएंगे।
उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों से कई लोग काम के लिए गांव से शहर या दूसरे राज्यों में चले गए हैं। वहां उन्हें निवास प्रमाण-पत्र की समस्या का सामना करना पड़ता है। उज्ज्वला 2.0 योजना ऐसे ही लाखों परिवारों को सबसे अधिक राहत पहुंचाएगी। अब अन्य जगहों से आए इन मजदूरों को निवास प्रमाण-पत्र के लिए दर-दर भटकने की जरूरत नहीं है।
उज्ज्वला 2.0 के तहत गैस कनेक्शन कैसे लें
उज्ज्वला 2.0 के तहत गैस कनेक्शन प्राप्त करने के लिए ग्राहक को सिर्फ अपने पते के बारे में खुद लिखकर देना होगा।
Eligibility criteria to avail connection under Ujjwala 2.0
- Applicant (woman only) must have attained 18 years of age.
- There should not be any other LPG connection from any OMC in the same household.
- Adult woman belonging to any of the following categories – SC, ST, Pradhan Mantri Awas Yojana (Gramin), Most Backward Classes (MBC), Antyodaya Anna Yojana (AAY), Tea and Ex- Tea Garden tribes, Forest Dwellers, People residing in Islands and River Islands, enlisted under SECC Households (AHL TIN) or any Poor Household as per 14-point declaration.
Documents required for Ujjwala 2.0
- Know Your Customer(KYC)
- Aadhaar Card of applicant as Proof of Identity and Proof of Address in case applicant is residing at the same address as mentioned in Aadhaar (not mandatory for Assam and Meghalaya).
- Ration Card issued by the State from which application is being made/ other State Govt. document certifying family composition/ Self-Declaration as per Annexure I (for migrant applicants)
- Aadhaar of beneficiary and adult family members appearing in document at Sl. 3.
- Bank Account Number and IFSC
- Supplementary KYC to support status of the family.
Along with a deposit free LPG connection, Ujjwala 2.0 will provide first refill and hotplate free of cost to the beneficiaries. Also, the enrollment procedure will require minimum paperwork. In Ujjwala 2.0, migrants will not be required to submit ration cards or address proof. A self-declaration for both ‘family declaration’ and as a ‘proof of address’ will suffice. Ujjwala 2.0 will help achieve the Prime Minister’s vision of universal access to LPG.
Ujjwala 2.0 Application Form PDF
Ujjwala Yojana 2.0 application form PDF can be downloaded using the below link.
https://www.pmuy.gov.in/documents/Ujjwala-KYC.pdf
Or you can apply online for new gas connection under Ujjwala Yojana 2.0.
Ujjwala 2.0 Online Application। ऑनलाइन आवेदन
उज्ज्वला 2.0 के तहत नया गैस कनेक्शन लेने के लिए अनलाइन आवेदन भी किया जा सकता है। नीचे दिए गए लिंक का उपयोग करके कोई भी योग्य महिला योजना के लिए आवेदन कर सकती है।
Indian Oil / Indane Gas Connection: Apply Online
Bharat Gas Connection: Apply Online
HP Gas Connection: Apply Online
Ujjwala 2.0 Helpline
1800-266-6696 (Ujjwala Helpline)
Visit the official website of Ujjwala Yojana for more details about Ujjwala 2.0 at https://www.pmuy.gov.in
उज्ज्वला 2.0 में पीएनजी पर जोर
सरकार पाइप के माध्यम से बड़े पैमाने पर गैस उपलब्ध कराने के प्रयास कर रही है। पीएनजी, सिलेंडर की तुलना में काफी सस्ती होती है और उत्तर प्रदेश समेत पूर्वी भारत के कई जिलों में पीएनजी मुहैया कराने का काम तेजी से चल रहा है। पहले चरण में उत्तर प्रदेश के 50 से अधिक जिलों में 12 लाख घरों को इससे जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है।
जैव ईंधन एक स्वच्छ ईंधन मात्र नहीं है, बल्कि यह ईंधन में आत्मनिर्भरता के इंजन को, देश के विकास के इंजन को और गांव के विकास के इंजन को गति देने का भी एक माध्यम है। जैव ईंधन एक ऐसी ऊर्जा है जिसे हम घर और खेत के कचरे से, पौधों से, खराब सड़े हुए अनाज से प्राप्त कर सकते हैंं।
सरकार बीते 6-7 सालों में 10 प्रतिशत ब्लेंडिंग के लक्ष्य के बहुत निकट पहुंच चुकी है। आने वाले 4-5 साल में 20 प्रतिशत ब्लेंडिंग के लक्ष्य को हासिल करने की तरफ बढ़ रहे हैं। पिछले साल उत्तर प्रदेश में 7 हज़ार करोड़ रुपए मूल्य का इथेनॉल खरीदा गया है। राज्य में इथेनॉल और जैव ईंधन से जुड़ी कई इकाइयां स्थापित की गईं हैं। उत्तर प्रदेश के 70 जिलों में गन्ने के अवशेष से कम्प्रेस्ड बायोगैस बनाने के लिए सीबीजी प्लांट की इकाई स्थापित करने की प्रक्रिया चल रही है। ‘पराली’ से जैव ईंधन बनाने के लिए बदायूं और गोरखपुर में प्लांट लगाए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब देश बुनियादी सुविधाओं की पूर्ति से बेहतर जीवन के सपने को पूरा करने की ओर बढ़ रहा है। आने वाले 25 वर्षों में इस सामर्थ्य को हमें कई गुना बढ़ाना है। एक सक्षम भारत के इस संकल्प को हमें मिलकर सिद्ध करना है। इसमें बहनों की विशेष भूमिका होने वाली है।