झारखंड वैकल्पिक खेती योजना का लाभ उठा रहे किसान, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया जाने

Jharkhand Vaikalpik Kheti Yojana – झारखंड सरकार अपने राज्य के किसानों को सूखे से बचाने और उन्हें निरंतर खेती करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु विभिन्न प्रकार के अभियान एवं योजनाएं लॉन्च करती रहती है। अब हाल ही में झारखंड सरकार द्वारा Jharkhand Vaikalpik Kheti Yojana को शुरू किया गया है। इस योजना को झारखंड में बारिश की कमी के कारण खरीफ फसलों की खेती करने वाले किसानों की परेशानी को देखते हुए शुरू किया गया है। इस योजना के माध्यम से किसानों को धान की सीधी बुआई, ऊपरी जमीन पर उड़द, मूंग, अरहर, मक्का, कुलथी, तोरिया,ज्वार,मडुआ की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिसके लिए उन्हें छोटी अवधि सूखा प्रतिरोधी नस्ल के बीज अनुदान पर प्रदान किए जा रहे हैं। तो आइए और हमारे साथ जानिए कि क्या है झारखंड वैकल्पिक खेती योजना 2024 और इससे जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियां।

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Jharkhand Vaikalpik Kheti Yojana क्या है?

झारखंड सरकार और कृषि विभाग द्वारा Jharkhand Vaikalpik Kheti Yojana को नियोजित किया गया है। अब झारखंड वैकल्पिक खेती योजना के माध्यम से राज्य के किसानों को धान के साथ अरहर, उरद, कुलथी, मक्का, तोरिया, मूंग, ज्वार और मडुआ के छोटी अवधि सूखा प्रतिरोधी नस्ल के बीज अनुदान पर दिया जाएगा। यह बीज कम बारिश में भी प्रभेद सफल होने की क्षमता रखते हैं। जिससे सूखा पड़ने के कारण धान की खेती करने वाले किसानों को जो नुकसान हुआ है उनके नुकसान की भरपाई की जा सके। झारखंड राज्य कृषि निदेशक जी ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है कि तोरपा महिला कृषि बागवानी स्वालम्बी सहकारी समिति लिमिटेड, सदस्य किसान FPO के CEO प्रिय रंजन से समन्वय स्थापित कर ब्लॉक चेन प्रणाली में पंजीकरण करा लें और जल्द से जल्द बीज क्रय शीघ्र करें। सुखा प्रतिरोधी कम अवधि उड़द प्रभेद PU-31 बीज 50% अनुदानित दर पर ₹64 प्रति किलो पर खूंटी जिले के तोरपा प्रखंड के FPO तोरपा महिला कृषि बागवानी स्वालम्बी सहकारी समिति लिमिटेड द्वारा उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।

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झारखंड वैकल्पिक खेती योजना के बारे में जानकारी

योजना का नाम Jharkhand Vaikalpik Kheti Yojana
शुरू की गई झारखंड सरकार एवं कृषि विभाग द्वारा
लाभार्थी राज्य के किसान
उद्देश्य दलहन, तिलहन एवं सब्जियों की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करना
साल 2023
राज्य झारखंड

Jharkhand Vaikalpik Kheti Yojana का उद्देश्य

इस योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य झारखंड के किसानों को वैकल्पिक खेती जैसे- दलहनी, तिलहनी एवं सब्जियों की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए शुरू किया गया है। राज्य के किसानों को झारखंड वैकल्पिक खेती योजना के प्रति जागरूक करने के लिए जगह-जगह गोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। राज्य सरकार एवं कृषि विभाग द्वारा इस योजना के माध्यम से 5 लाख किसानों को अनुदानित बीज प्रभेद उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। यह योजना राज्य के किसानों की सूखा पड़ने के कारण होने वाले आर्थिक नुकसान की भरपाई करेगी। Jharkhand Vaikalpik kheti Yojana के माध्यम से राज्य के किसान को सूखा होने पर भी निरंतर खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकेगा। इसके अलावा उन्हें होने वाली आर्थिक नुकसान से भी बचाया जा सकेगा।

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Vaikalpik Kheti Yojana का लाभ

  • झारखंड सरकार द्वारा झारखंड वैकल्पिक खेती योजना 2024 को किसानों के पक्ष में शुरू किया गया है।
  • इस योजना के माध्यम से किसानों को दलहन तिलहन एवं सब्जियों की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
  • जिसके लिए राज्य के किसानों को धान के साथ अरहर, उरद, कुलथी, मक्का, तोरिया, मूंग, ज्वार और मडुआ के छोटी अवधि सूखा प्रतिरोधी नस्ल के बीज अनुदान पर दिया जाएगा।
  • यह बीज कम वर्षा में भी प्रभेद सफल होने की क्षमता रखते हैं।
  • झारखंड सरकार द्वारा इस योजना को राज्य की सूखे की स्थिति देखते हुए शुरू किया गया है।
  • यह योजना राज्य में फसल विविधीकरण को भी बढ़ावा देगी।
  • खूंटी जिले के तोरपा प्रखंड के FPO तोरपा महिला कृषि बागवानी स्वालम्बी सहकारी समिति लिमिटेड द्वारा सुखा प्रतिरोधी कम अवधि उड़द प्रभेद PU-31 बीज 50% अनुदानित दर पर ₹64 प्रति किलो पर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।

झारखंड वैकल्पिक खेती योजना के तहत पात्रता एवं आवश्यक दस्तावेज

  • किसान को झारखंड का मूल निवासी होना चाहिए।
  • आधार कार्ड
  • निवास प्रमाण पत्र
  • आय प्रमाण पत्र
  • मोबाइल नंबर
  • बैंक खाता विवरण

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Jharkhand Vaikalpik Kheti Yojana के तहत पंजीकरण प्रक्रिया

  • सबसे पहले आपको तोरपा महिला कृषि बागवानी स्वालम्बी सहकारी समिति लिमिटेड सदस्य की FPO के CEO प्रिय रंजन से समन्वय स्थापित करना है।
  • इसके बाद आपको ब्लॉक चैन प्रणाली में अपना पंजीकरण करवाना है।
  • पंजीकरण करवाने के बाद आप अनुदानित छोटी अवधि सूखा प्रतिरोधी नस्ल के बीज खरीद सकते हैंं।