Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana – राज्य सरकार द्वारा पशुपालकों के लिए नई-नई योजनाओं का शुभारंभ किया जाता रहता है। इसी प्रकार उत्तराखंड सरकार द्वारा राज्य की महिलाओं और ग्रामीण पशुपालकों की स्थिति में सुधार करने हेतु एक नई योजना को शुरू किया गया है। जिसका नाम Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana है। इस योजना के माध्यम से पशुओं की देखभाल करने के लिए राज्य में पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। जिसके बाद पशु सखी के रूप में महिलाओं की नियुक्ति की जाएगी। और उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि वह पशुओं के स्वास्थ्य के संबंध में जरूरी जानकारी एवं अन्य कार्यों के बारे में पशुपालकों को अवगत करा सके। इसके अलावा राज्य की महिलाओं को इस योजना से जोड़ कर आत्मनिर्भर बनाया जा सकेगा। अगर आप उत्तराखंड पशु सखी योजना से जुड़ी अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको यह आर्टिकल विस्तारपूर्वक अंत तक पढ़ना होगा

Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana 2024
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के द्वारा उत्तराखंड पशु सखी योजना को शुरू किया गया है। इस योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार करने हेतु और पशुपालकों की आय में वृद्धि करने के लिए राज्य में महिलाओं को पशु सखी के तौर पर नियुक्त किया जाएगा। जो पशुपालन विभाग और पशुपालक के बीच संयोजन का काम करेगी। पशु सखी योजना के अंतर्गत जुड़ने वाली महिलाएं राज्य के पशुपालकों को सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराएगी और संबंधित गांव में गाय, भैंस, बैल, मुर्गी, बकरी आदि जानवरों के नियमित चिकित्सा के प्रति सुरक्षा देने के लिए देखभाल करेगी।
इन सभी कार्य को करने के लिए महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। ताकि राज्य के पशुपालक घर बैठे ही पशु सखी के माध्यम से पशुओं के स्वास्थ्य से जुड़ी आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सके। पशु सखी महिला को इस कार्य के बदले में निर्धारित वेतन भी दिया जाएगा।
उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना
उत्तराखंड पशु सखी योजना के बारे में जानकारी
योजना का नाम | Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana |
शुरू की गई | उत्तराखंड सरकार द्वारा |
विभाग | पशुपालन विभाग |
लाभार्थी | राज्य की महिला एवं पशुपालक |
उद्देश्य | उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में पशुओं की देखभाल करना और मृत्यु दर कम करना |
राज्य | उत्तराखंड |
साल | 2024 |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
अधिकारिक वेबसाइट | जल्द लॉन्च होगी |
Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana का उद्देश्य
उत्तराखंड सरकार द्वारा पशु सखी योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में पशुओं की देखभाल करना और मृत्यु दर कम करना है। पशु सखी योजना के माध्यम से राज्य के पशुपालकों को पशुपालन के बारे में अधिक से अधिक जानकारी उपलब्ध कराना और साथ ही राज्य की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु रोजगार प्रदान करना है। इस योजना के माध्यम से पशुपालक की आमदनी में भी वृद्धि होगी। साथ ही राज्य की महिलाएं आत्मनिर्भर एवं सशक्त होकर पशु सखी का कार्य कर सकेगी। Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana के माध्यम से सरकार द्वारा महिलाओं को निशुल्क ट्रेनिंग का लाभ प्रदान किया जाएगा। जिसके बाद उन्हें हर महीने निश्चित वेतन राशि प्रदान कर रोजगार से जोड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री अंत्योदय नि:शुल्क गैस रिफिल योजना
उत्तराखंड पशु सखी योजना के अंतर्गत सखी के कार्य
- उत्तराखंड पशु सखी द्वारा जब प्रशिक्षण पूर्ण कर लिया जाएगा उसके बाद प्रदेश के पशुपालन विभाग और प्रदेश के पशुपालकों के बीच रहकर एक कड़ी बनना होगा। यानी कि पशुपालकों और पशुपालन विभाग के बीच पशु सखी एक रास्ता बनेगी।
- राज्य के पशुपालकों को पशु सखी द्वारा उत्तराखंड सरकार की पशुपालन विभाग की सरकारी योजना की जानकारी प्रदान की जाएगी।
- पशुओं में होने वाली अनेक बीमारियों की पशु सखी की सहायता से आसानी से पहचान कर उन्हें समय पर उपचार दिया जा सकेगा।
- पशु सखी राज्य के पशुपालक के पास कितना पशुधन है इसका रिकॉर्ड समय-समय पर पशुपालन विभाग मैं अपडेट करेगी और पशु चिकित्सकों को भी जानकारी देगी।
- पशुओं को छोटी मोटी बीमारी लगने पर पशु चिकित्सक की जरूरत नहीं होती है इसी को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड सरकार द्वारा पशु सखी को फर्स्ट एड किट प्रदान की जाएगी। ताकि वह पशुओं को प्राथमिक इलाज कर सके।
- Pashu Sakhi द्वारा पशुपालकों को दूध उत्पादन में बढ़ोतरी करने के सुझाव दिए जाएंगे। ताकि पशुपालकों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।
पशु सखी का मासिक वेतन
उत्तराखंड पशु सखी योजना के तहत पशु सखी को कितना वेतन प्रदान किया जाएगा इसकी जानकारी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिला सदस्य को भारत सरकार द्वारा जो मानदेय प्रदान किया जाता है। उतना ही मासिक वेतन उत्तराखंड में पशु सखी योजना के तहत महिलाओं को प्रदान किया जाएगा।
Pashu Sakhi Yojana के अंतर्गत पशु सखी का चयन कैसे होगा?
- सबसे पहले उत्तराखंड राज्य के सभी ग्रामीण क्षेत्र की उप समिति की सहायता से ग्राम संगठन द्वारा आसपास की महिलाओं को पशु सखी योजना के बारे में जानकारी दी जाएगी।
- उसके बाद पशु सखी की पहचान करने के लिए ग्राम उप समिति द्वारा वीओ स्तर पर अध्यक्ष और सचिव के द्वारा बैठक का आयोजन किया जाएगा। जिस का संचालन वीओ के अध्यक्ष और सचिव द्वारा किया जाएगा।
- स्थानीय पशु चिकित्सा सहायक, शल्य चिकित्सा (वीएएस) विस्तार अधिकारी अथवा पशु चिकित्सा प्रतिनिधि को बैठक में बुलाया जाएगा।
- बैठक में महिलाओं की एक लिखित परीक्षा और उसके बाद इंटरव्यू लिया जाएगा।
- दोनों परीक्षा में सफल होने के बाद ही संबंधित क्षेत्र के लिए पशु सखी का चयन किया जाएगा।
- पशु सखी चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद पशु सखियों का पूरा डाटा MIC डेटाबेस में प्रोफाइल रिपोर्ट करने एवं अपलोड करने के लिए भेज दिया जाएगा।
उत्तराखंड ₹1 पानी कनेक्शन योजना
उत्तराखंड पशु सखी योजना के लाभ एवं विशेषताएं
- उत्तराखंड सरकार द्वारा राज्य में पशु की सेहत को बेहतर करने के लिए उत्तराखंड पशु सखी योजना को शुरू किया गया है।
- इस योजना के माध्यम से राज्य की महिलाओं को प्रशिक्षित के तौर पर नियुक्त किया जाएगा। जिससे वे आत्मनिर्भर हो सकेगी।
- राज्य की जो भी महिला पशु सखी के रूप में कार्य करना चाहती है उन्हें सरकार द्वारा पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत लाभ प्रदान किया जाएगा।
- पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा हो जाने पर जब महिला पशु सखी का कार्य करने लगेगी तब उन्हें सरकार द्वारा निश्चित वेतन राशि भी प्रदान की जाएगी।
- महिलाओं को इस योजना के माध्यम से दूसरे पर निर्भर रहने से मुक्ति मिल सकेगी।
- Pashu Sakhi Yojana के अंतर्गत उत्तराखंड सरकार द्वारा महिलाओं को प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत निशुल्क ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी।
- ग्रामीण क्षेत्र में पशुपालन कर रही महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और पशुओं के माध्यम से उनकी आय में वृद्धि होगी।
- इस योजना के माध्यम से राज्य के पशुपालकों को समय पर सुझाव, सरकारी योजनाओं की जानकारी एवं प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा प्राप्त हो सकेगी।
- पशुपालकों को पशु सखी द्वारा चारा उत्पादन के लिए प्रोत्साहित किया जा सकेगा। जिसकी वजह से पशुपालन के दूध उत्पादन में बढ़ोतरी होगी।
- पशु सखी योजना का लाभ प्राप्त महिलाएं आत्मनिर्भर और सशक्त बनेगी।
- उत्तराखंड के पशुपालक भी इस योजना का लाभ प्राप्त कर आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनेंगे।
- जो महिलाएं इस योजना से जुड़ना चाहती है तो वह ऑनलाइन या ऑफलाइन के माध्यम से आवेदन कर सकती है।
- इस योजना का संचालन पूरे राज्य में किया जाएगा ताकि राज्य की महिलाओं को रोजगार से जोड़ा जा सके।
Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana के लिए पात्रता
- उत्तराखंड पशु सखी योजना के लिए आवेदक को उत्तराखंड का मूल निवासी होना चाहिए।
- पशु सखी के लिए केवल महिलाएं पात्र होगी।
- आवेदनकर्ता की आयु 20 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- पशु सखी कम से कम आठवीं पास होनी चाहिए।
- आवेदक महिला के पास पशुपालन का ज्ञान होना अनिवार्य है।
- महिला को स्वयं सहायता समूह का सदस्य होना चाहिए।
- आवेदक महिला का बैंक खाता होना अनिवार्य है।
- इस योजना के तहत दी जाने वाली ट्रेनिंग राज्य में भी हो सकती है और कभी-कभी राज्य के बाहर भी आयोजित की जा सकती है।
पशु सखी योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
- महिला का आधार कार्ड
- वोटर आईडी कार्ड
- राशन कार्ड
- मूल निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र
- जमीन संबंधी दस्तावेज
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana के तहत आवेदन कैसे करें?
राज्य की जो भी महिलाएं पशु सखी योजना के अंतर्गत आवेदन कर पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत ट्रेनिंग प्राप्त करना चाहती है तो उन्हें भी थोड़ा इंतजार करना होगा। क्योंकि अभी फिलहाल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा इस योजना को लांच किया गया है। लेकिन इस योजना के तहत आवेदन करने हेतु अधिकारिक वेबसाइट को लांच नहीं किया गया है। जैसे ही उत्तराखंड सरकार द्वारा अधिकारिक वेबसाइट लांच की जाएगी। तो हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ पशु सखी योजना आवेदन फॉर्म कहां से प्राप्त करें से संबंधित जानकारी भी उपलब्ध कराएंगे। ताकि आप भी इस योजना के तहत आवेदन कर लाभ प्राप्त कर सके।
उत्तराखंड पशु सखी योजना FAQs
उत्तराखंड पशु सखी योजना क्या है? राज्य में पशुपालक की आमदनी को बढ़ाने और राज्य की महिलाओं को रोजगार से जोड़ने हेतु उत्तराखंड सरकार द्वारा पशु सखी योजना की शुरुआत की गई है। उत्तराखंड पशु सखी योजना की शुरुआत किसके द्वारा की गई है? Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana की शुरुआत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के द्वारा की गई है। Uttrakhand Pashu Sakhi Yojana का लाभ कौन प्राप्त कर सकता है? उत्तराखंड पशु सखी योजना का लाभ सिर्फ उत्तराखंड की महिलाएं ही प्राप्त कर सकती हैं। उत्तराखंड पशु सखी योजना के तहत पशुपालकों को क्या क्या लाभ मिलेंगे? सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से पशु पक्षियों की नियुक्ति की जाएगी जो सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी से पशुपालकों को अवगत कराएगी और इसके अलावा पशु सखी पशुओं के लिए प्राथमिक उपचार की सुविधा भी उपलब्ध कराएगी। उत्तराखंड पशु सखी योजना के तहत आवेदन कैसे करें? इस योजना के तहत आवेदन करने हेतु अभी थोड़ा इंतजार करना होगा। जल्द ही सरकार द्वारा आवेदन करने हेतु अधिकारिक वेबसाइट को लांच किया जाएगा।