Jharkhand Aadim Janjaati Dakiya Khadyan Yojana – जैसे कि हम सभी जानते हैं कि सामान्य रूप से आदिम जनजाति के अधिकतर लोगों के पास कोई रोजगार का साधन उपलब्ध नहीं होता है। झारखंड सरकार द्वारा आदिम जनजातियों के लोगों के संरक्षण के लिए एक नई योजना का शुभारंभ किया गया है। जिसका नाम आदिम जनजाति डाकिया खाद्यान्न योजना है। इस योजना के माध्यम से खाद्य सुरक्षा अधिनियम से आदिम जनजातियों को मुफ्त अनाज घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। झारखंड सरकार द्वारा आदिम जनजाति डाकिया खाद्यान्न योजना (पीटीजी) से जिले के सभी आदिम जनजाति परिवारों को घर घर अनाज की सुविधा पहुंचाई जाएगी। इस योजना का लाभ विशेष रूप से आदिम जनजाति परिवारों को दिया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा सर्वे कर छूटे बिरहोर परिवारों को भी इस योजना का लाभ देने की तैयारी की जा रही है। अगर आप Jharkhand Aadim Janjaati Dakiya Khadyan Yojana से जुड़ी अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको यह आर्टिकल विस्तार पूर्वक अंत तक पढ़ना होगा।
Jharkhand Aadim Janjaati Dakiya Khadyan Yojana 2024
झारखंड सरकार द्वारा आदिम जाति के लोगों के कल्याण हेतु आदिम जनजाति डाकिया खाद्यान्न योजना को शुरू किया गया है। इस योजना के तहत राज्य के सभी आदिम जनजाति परिवारों को लाभ दिया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा आदिम जनजातियों के संरक्षण के लिए इस योजना को लागू किया गया है। इस योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक परिवार को हर महीने 35 किलो चावल मुफ्त दिए जाएंगे। खाद एवं आपूर्ति विभाग से जुड़े अधिकारी द्वारा इस योजना के तहत अनाज आदिम जनजातियों के घर तक पहुंच जाएंगे। यह प्रक्रिया हर महीने चलाई जाएगी।
झारखंड सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से घर-घर अनाज पहुंचा जाएगा। और सर्वे कर छूटे बिरहोर परिवारों को भी इस योजना का लाभ दिया जाएगा। घर घर तक अनाज पहुंचने की सुविधा का लाभ प्राप्त कर जनजाति परिवारों को जन वितरण प्रणाली की दुकानों तक आने जाने की आवश्यकता नहीं होगी। घर बैठे ही उन्हें अनाज मिल सकेगा। आदिम जनजाति डाकिया खाद्यान्न योजना का लाभ प्राप्त करने के उम्मीदवार को आवेदन करना होगा। जिसके बाद उसे इस योजना का लाभ मिल सकेगा।
आदिम जनजाति डाकिया खाद्यान्न योजना (पीटीजी) 2024 के बारे में जानकारी
योजना का नाम | Jharkhand Aadim Janjaati Dakiya Khadyan Yojana |
शुरू की गई | झारखंड सरकार द्वारा |
संबंधित विभाग | खाद्य एवं आपूर्ति विभाग |
लाभार्थी | आदिम जनजाति परिवार |
उद्देश्य | आदिम जनजाति के परिवारों को खाद्य सुरक्षा प्रदान करना |
लाभ | हर महीने 35 किलो चावल मुफ्त |
राज्य | झारखंड |
आवेदन प्रक्रिया | ऑफलाइन |
Primitive Tribe Postman Food Scheme का उद्देश्य
झारखंड सरकार द्वारा Aadim Janjaati Dakiya Khadyan Yojana को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य आदिम जनजाति परिवारों को खाद्य सुरक्षा प्रदान करना है क्योंकि सामान्य रूप से आदिम जनजाति के लोगों के पास रोजगार का साधन नहीं होता है। जिसके कारण जंगलों में मिलने वाले उत्पाद पर ही उनकी जिंदगी निर्भर होती है। ऐसे में डाकिया योजना आदिम जनजाति के लोगों के लिए एक लाभदायक योजना सिद्ध होगी। इस योजना के माध्यम से झारखंड सरकार द्वारा आदिम जनजाति के प्रत्येक परिवार को हर महीने 35 किलो चावल का लाभ दिया जाएगा जो कि उन्हें घर बैठे ही मिल सकेंगे।
50 जनजाति परिवारों को मिल रहा लाभ
Jharkhand Aadim Janjaati Dakiya Khadyan Yojana के तहत जिला पूर्ति विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, जिले में आदिम जनजाति के 50 परिवारों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है। इस योजना का लाभ प्राप्त कर रहे सभी परिवार तोपचांची प्रखंड के चलकरी के रहने वाले हैं। एक बार फिर से सर्वे कर छूटे बिरहोर परिवारों को भी इस योजना का लाभ देने की तैयारी की जा रही है। ताकि सभी आदिम जनजाति परिवारों को इस योजना से जोड़ा जा सके। और उन सभी को खाद्य सुरक्षा दी जा सके।
आदिम जनजाति डाकिया खाद्यान्न योजना के लाभ एवं विशेषताएं
- झारखंड सरकार द्वारा आदिम जनजातियों के संरक्षण के लिए आदिम जनजाति डाकिया खाद्यान्न योजना को लागू किया गया है।
- इस योजना के माध्यम से आदिम जनजाति परिवारों को हर महीने 35 किलो चावल मुफ्त दिए जाते हैं।
- खाद्य एवं आपूर्ति विभाग से जुड़े अधिकारी द्वारा इस योजना के तहत जनजाति परिवारों के घर तक अनाज पहुंचाया जाता है।
- हर महीने अधिकारी द्वारा घर-घर जाकर इस योजना का लाभ पात्र लाभार्थियों को दिया जाता है।
- जनजाति परिवारों को इस सुविधा के कारण राशन की दुकान तक आने जाने की आवश्यकता नहीं होती है।
- जिले के तोपचांची प्रखंड के चलकरी गांव में आदमी जनजाति के 50 परिवारों को योजना का लाभ दिया जा रहा है।
- इस योजना का लाभ प्राप्त कर आदिम जनजाति के परिवारों के जीवन में सुधार होगा।
- आदिम जनजाति डाकिया खाद्यान्न योजना कल आप प्राप्त कर आदिम जनजाति के लोग आसानी से अपना जीवन यापन कर सकेंगे।
Jharkhand Aadim Janjaati Dakiya Khadyan Yojana के लिए पात्रता
- आदिम जनजाति डाकिया खाद्यान्न योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक को झारखंड का मूल निवासी होना चाहिए।
- इस योजना के लिए केवल आदिम जनजाति के परिवार ही पात्र होंगे।
झारखंड आदिम जनजाति डाकिया खाद्यान्न योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
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Jharkhand Aadim Janjaati Dakiya Khadyan Yojana 2024 के तहत आवेदन करने की प्रक्रिया
- आदिम जनजाति डाकिया खाद्यान्न योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए सबसे पहले आपको तहसील जाना होगा।
- वहां जाकर आपको संबंधित अधिकारी से आदिम जनजाति डाकिया खाद्यान्न योजना के अंतर्गत आवेदन करने हेतु आवेदन फॉर्म प्राप्त करना होगा।
- आवेदन फॉर्म प्राप्त करने के बाद आपको उसमें मांगी गई सभी जरूरी जानकारी को ध्यान पूर्वक दर्ज करना होगा।
- सभी जानकारी दर्ज करने के बाद आपको आवेदन फॉर्म में मांगे गए जरूरी दस्तावेजों को संलग्न करना होगा।
- इसके बाद आपको यह आवेदन फॉर्म आपस में ही जमा कर देना होगा जहां से आपने प्राप्त किया था।
- आवेदन फॉर्म जमा होने के बाद अधिकारियों द्वारा आपके आवेदन फॉर्म की जांच की जाएगी।
- सत्यापित होने पर आपको योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।
- इस प्रकार आपकी आदिम जनजाति डाकिया खाद्यान्न योजना के अंतर्गत आवेदन करने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
FAQs
आदिम जनजाति डाकिया खाद्यान्न योजना को किस राज्य में शुरू किया गया है? Aadim Janjaati Dakiya Khadyan Yojana को झारखंड राज्य में शुरू किया गया है। आदिम जनजाति डाकिया खाद्यान्न योजना क्या है? Jharkhand Aadim Janjaati Dakiya Khadyan Yojana के माध्यम से झारखंड सरकार द्वारा राज्य के सभी आदिम जनजाति परिवारों को खाद्य सुरक्षा प्रदान की जाएगी। जिसमें राज्य सरकार द्वारा आदिम जनजातियों के घर-घर अनाज पहुंचाया जाएगा। आदिम जनजाति डाकिया खाद्यान्न योजना के माध्यम से कैसे लाभ मिलेगा? Jharkhand Aadim Janjaati Dakiya Khadyan Yojana के माध्यम से सरकार द्वारा प्रत्येक परिवार को हर महीने 35 किलो चावल दिए जाएंगे। Jharkhand Aadim Janjaati Dakiya Khadyan Yojana का मुख्य उद्देश्य क्या है? आदिम जनजाति डाकिया खाद्यान्न योजना का मुख्य उद्देश्य आदिम जनजाति के लोगों को खाद्य सुरक्षा प्रदान करना है। जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार किया जा सके।